आईपीएल का इतिहास – मालिकों की जानकारी- Aaj Ka IPL Kaun Jitega-2022

जैसे कि हम लोग जानते हैं कि हमारे देश में क्रिकेट के करोड़ों दिवाने होते हैं। उनको क्रिकेट देखने का इतना सोकिन होते हैं । कि हमारे भारत के क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भारत में इंडियन प्रीमियर लीग चालु कर दिया है । . जोकि हमारे देश के विभिन्न राज्यों की टीम के साथ खेली जाती है । मैं आज इस टॉपिक पर एही बताने वाले हु कि इंडियन प्रीमियर लीग यानि कि आईपीएल के बारे में जानकारी देने जा रहा हूं कि आखिर ये टूर्नामेंट है क्या , और इसका फॉर्मेट क्या है, किन किन से राज्यो टीमें इसमें भाग लेती हैं, और विजेता टीमों की पुरी सूची, मालिकों को जनकारी आदि और भी आईपीएल से संबंधित चीजें आपको हमारे ऐ टाॅपिक में मिल जाएगी । लेकिन आपको अंत तक पढ़ना होगा तब जा के समाझ में आएगा ।

आईपीएल का फुल फॉर्म क्या होता है । (IPL Full Form)

इंडियन प्रीमियर लीग है । आईपीएल का पूरा नाम और देश की विभिन्न राज्यों की टीमों के बीच खेली जाती है.

और IPL एक खेल है उसको T20 लीग के रूप में खेला जाता है. जो कि क्रिकेट खेल है हमारे देश में हर वर्ष खेली जाती है। और भारत सहित बहुत देशों के खिलाड़ी भाग लेने आते हैं. क्रिकेट के इस लीग में हिस्सा लेने वाली टीमें हमारे भारतीय शहरों या राज्यों का हि रहते हैं और जो टिम जितेगी उनको ट्रॉफी एवं ईनाम दिया जाता है. ।

आईपीएल की शुरुआत कब हुई (IPL History)

इंडियन प्रीमियर लीग को शुरू करने की घोषणा साल 2007 में की थी हमरे (बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंइिया) BCCI ने लेकिन 2008 में इस लीग की शुरुआत कर दी गई थी. (यानी कि घोषणा के एक साल बाद)

आईपीएल टीम फ्रेंचाइजी (IPL Franchise)

IPL लीग को घोषणा करने के कुछ ही महीनों बाद इस लीग की सभी टीमों की फ्रेंचाइजी को बेच दिया गया था। सभी टीम की फ्रेंचाइजी लेने के लिए बड़ा बड़ा व्यक्ती ने बोली लगाई हुइ थी जो व्यक्ति का या ट्रस्ट ने अधिक बोली लगाई, उनको टीमों की फ्रेंचाइजी दि गई थी । इस तरह से बैंगलोर, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, राजस्थान, कोलकाता, पंजाब और मुंबई सभी टीमों को उनके मालिक मिले थे. जैसे जैसे यह खेल आगे बढ़ता गया इसमें कुछ टीमें को निकलती गई और नई टीमें को जुड़ती गई. जैसे इस लीग में पुणे एवं गुजरात राज्यों की टीमों ने भी हिस्सा लिया था लेकिन अभी इस लीग में शामिल नहीं किया गया है.

आईपीएल टीमें (IPL Teams)

इसमें कुल आठ टीमें हिस्सा लेती रही हैं हमारे देश के बहुत बड़े कारोबारी और अभिनेताओँ द्वारा खरीदा जाती है।

आईपीएल मैच फॉर्मेट (Format)

जैसे कि IPL में भांग लेने वाली हमारे हर टीमों के दुसरे टीम के साथ दो मुकाबलों में खेलना होती हैं । जो कि इस मुकाबले के बाद जो टिम प्लेऑफ्स के लिए क्वालिफिकेशन कर देते हैं उसके बाद प्लेऑफ्स में टॉप नबंर पर आई दो टीमों के बीच फाइनल में जाती है और फिर मुकाबला होता है जो टीम इस मुकाबले को जीत जाती है वो फाइनल में अपनी जगह बना लेती है.

लेकिन जो हारी हुई टीम को एक मोका फाइनल जगह दी जाती है। और ये टीम दूसरा क्वालीफायर, तीसरे और चौथे नंबर की टीमों के बीच हुए मुकाबले में जीती हुई टीम के साथ खेलती है. और जो टीम दूसरा क्वाली फायर जीत जाती है, वो फाइनल से मुकाबला खेलती है.
इसलिए आईपीएल की हर टीम टॉप दो में आने की कोशिश करती हैं, ताकि अगर वो हार भी जाए तो उसको लिए फाइनल में जगह बनाने के लिए दूसरा मौका मिल सकता है।

आईपीएल नीलामी

जैसे कि कोई भी टीम कि फ्रेंचाइज़ी तीन तरह से फ्लेयर्स को हासिल कर सकती हैं,दूसरा ट्रेडिंग विंडो एक टीम दूसरी टीम के साथ सभी खिलाड़ियों को एक्सचेंजों करती रहती है और तीसरा अनुपलब्ध खिलाड़ियों के लिए प्रतिस्थापन पर हस्ताक्षर है

नीलामी की प्रक्रिया (Auction Process)

IPL में हर साल ऑक्शन होता है इस ऑक्शन में हर फ्रेंचाइज़ी टीमों कि मालिक हिस्सा लेती है। और अपने मनपसंद प्लेयर्स मान कि खिलाड़ियों को हासिल करने के लिए बोली लगाइ जाती है । लेकिन इसमें हर खिलाड़ियों के लिए एक बहुत बड़ा प्राइज तय किया जाता है और इस अच्छा Price के ऊपर की बोली भी फ्रेंचाइज़ी द्वारा लगाई जाती है । जो फ्रेंचाइजी अधिक मूल्य की बोली लगाती है उसी को ही खिलाड़ि मिलता है । हर फ्रेंचाइज़ी अपने तीन खिलाड़ियों को रिटेन यानी ऑक्शन से पहले ही खरीद सकते हैं और फ्रेंचाइजी के पास ‘राइट टू मैच’ को इस्तेमाल करने की भी अनुमति होती है ।

खिलाड़ी रिटेन क्या है (Retain)

फ्रेंचाइजी ऑक्सन कोई भी शुरू होने से पहले अपनी टीम के अधिकतम तीन खिलाड़ियों को अपनी टीम में बनाए रख सकती है और ऐसा करने से ऑक्सन के दौरान रिटेन किए गए खिलाड़ियों की नीलामी बिल्कुल नहीं लगाइ जाती है.

रिटेन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है

सबसे अनोखी बात यह है कि सब अपनी टीम के सबसे बड़े महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को अपनी टीम को हिस्सा बनने रखने के लिए उन्होंने इसका इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन हालाकिं ये फ्रेंचाइज़ी पर निर्भरता भी होती है कि वो अपने कोन खिलाड़ी को रिटेन करना चाहती है या नहीं.

रिटेन किए गए खिलाड़ियों की कीमत (Price)

क्या आप जानते हैं तीन खिलाड़ियों को रिटेन करने की कीमत क्या होगी फ्रेंचाइज़ी ने अपने तीन खिलाड़ियों को बरकरार रखता है, तो उन खिलाड़ियों के लिए उन्होंने कम से कम कीमत देनी पड़ती है. पहले खिलाड़ी के लिए 16 करोड़ रुपये, दूसरे खिलाड़ी के लिए 12 करोड़ रुपये और तीसरे खिलाड़ी के लिए 8 करोड़ रुपये. इस तरह से सभी ऑक्सन के लिए तय की गई राशि में से उस फ्रेंचाइज़ी के 35 कोरड़ रुपए हो जाते हैं.

दो फ्लेयर्स को रिटेन करने की कीमत

जब कि फ्रेंचाइज़ी अपने दो प्लेयर्स को रिटेन करती है, तो उन खिलाड़ियों के लिए उन्होंने क्रमशः कीमत देनी पड़ती है. पहले खिलाड़ी के लिए 12.5 करोड़ रुपये और दूसरे खिलाड़ी के लिए 8.5 करोड़ रुपये और इस तरह से ऑक्सन के लिए तय की गई राशि में से उस फ्रेंचाइजी के 21 कोरड़ रुपए हो‌ जाता हैं.

एक प्लेयर्स को रिटेन करने की कीमत क्या होगी

माना कि अगर फ्रेंचाइजी अपने एक खिलाड़ी को रिटेन करती है तो उस खिड़की के लिए उन्होंने 12.5 करोड़ रुपये देने पड़ती है. जिसके बाद ये राशि ऑक्सन के लिए तय किए जाते हैं और उस राशि में से काट ली जाती है.

राइट टू मैच क्या होता है (What is Right To Match card)

एक प्रकार का अधिकार होता है, जो जिसकी मदद से कोई सी भी फ्रेंचाइज़ी अपने टीम के कुछ बिके हुए खिलाड़ि को हासिल कर सकती है. उदाहरण के तौर पर आपको बता दें कि अगर कोई फ्रेंचाइज़ी अपने किसी खिलाड़ी को रिटेन नहीं करती है और उस खिलाड़ी को कोई और फ्रेंचाइज़ी खरीद लेती है

और उस प्लेयर्स को वापस से अपनी टीम का हिस्सा बनाने के लिए फ्रेंचाइज़ी, ऑक्शन की प्रक्रिया खत्म होने के बाद इस कार्ड की मदद से उसे हासिल कर सकती है जिसके बाद वो प्लेयर्स वापस से अपनी पुरानी फ्रेंचाइज़ी के पास चला जाता है.

प्लेयर की फ्रेंचाइज़ी टीम को उसको अपनी टीम में शामिल करने के लिए उतने ही पैसे देने होते हैं, जितनी राशि में उसे दूसरी फ़्रेंचाइज़ी द्वारा खरीदी गई है.

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