पीएमसी का पूरा नाम क्या है – What is the Full Form of PMC in Hindi?

पीएमसी का पूरा नाम क्या है – What is the Full Form of PMC in Hindi?

Hello ! दोस्तों आज हम लोग जानेंगे ईस टॉपिक में PMC Full Form के बारे में। बता दें कि इस टॉपिक के माध्यम से हम आपको बताएंगे PMC Full Form क्या होता है और इसे हिंदी में क्या कहा जाता हैं। इसके अलावा इससे जुड़ी हुई अन्य भी जानकारी हम आपके साथ शेयर बिल्कुल करेंगें इसलिए इस टॉपिक को शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़ें का कोशिश करने का कष्ट करें ताकि आपको जिवन में कभी किसी नालेज का दिक्कत न हो तो आए हमरे आर्टिकल पर।

PMC Full Form – PMC का फुल फॉर्म क्या होता है ?

PMC का फुल फ़ॉर्म प्रोजेक्ट्स मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स (Project Management Consultants) होता है जिसे हिंदी में परियोजना प्रबंधन परामर्शदाता भी कहते हैं। यहां बता दें कि एक PMC वह होता है जो अपने कस्टमर्स को और उसकी जरूरतों को ठीक प्रकार से समझता है और उसी के अनुसार दिए गए प्रोजेक्ट पर काम करता है।

PMC के कर्तव्य और जिम्मेदारियां क्या-क्या होती हैं ?

कंपनी में कोई भी प्रोजेक्ट्स पर कार्य जब शुरू होने से पहले उससे जुड़ी पुरी जानकारी को इक्कठा करना और प्रोजेक्ट पर काम करने का योजनाओं बनाना पीएमएस का अहम कार्य होता है।

पीएमसी सही तरह से योजना बनाकर कस्टमर के साईट पर खुद जाता है ताकि अच्छी तरह से काम शुरूकर सकें।

किसी भी नए प्रोजेक्ट के लिए अकसर कंपनी को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का उपयोग करना होता है और ऐसे में एक PMC की यह जिम्मेदारी भी बनती है कि वह उसके बारे में फुल रिसर्च करें और खरीदारी करें।

प्री प्लानिंग मीटिंग को आयोजित करना –

जब भी कोई प्रोजेक्ट शुरू होने वाला होता है तो उससे पहले उसके बारे में सारी जानकारी एकत्र करना, उसकी समीक्षा करना और प्रोजेक्ट के बारे में सारी जरूरी जानकारी हासिल करना एक पीएमसी का ही कार्य होता है। यहां बता दें कि यह सभी चीजें किसी भी प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले बहुत अधिक आवश्यक होती है ताकि प्रोजेक्ट को ठीक से समझा जा सके। इसीलिए प्री प्लानिंग मीटिंग आयोजित करवाना PMC की जिम्मेदारी होती है।

 

ग्राहक की साइट पर दौरा करना –

जब कोई PMC किसी प्रोजेक्ट के लिए काम करना शुरू करता है तो वह सबसे पहले उसके बारे में एक विस्तृत योजना बनाता है और उसके बाद ग्राहक की साइट पर जाता है ताकि प्रोजेक्ट को ठीक प्रकार से शुरू किया जा सके।

मार्केट में बिजनेस की जानकारी पर पकड़ बनाए रखना –

किसी भी PMC के लिए यह बहुत अधिक जरूरी होता है कि वह वर्तमान समय में बिजनेस से जुड़ी हुई सारी जानकारी पर अपनी नजर रखें क्योंकि यदि वह मार्केट में बिजनेस की जानकारी पर अपनी पकड़ नहीं बनाए रखेगा तो वह एक सफल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट कभी भी नहीं बन सकता।

प्रोजेक्ट डिलीवर करने की जिम्मेदारी –

इसमें कोई संदेह नहीं कि किसी भी प्रोजेक्ट में कई काम करने वाले लोग शामिल रहते हैं लेकिन प्रोजेक्ट को डिलीवर करने की जिम्मेदारी एक PMC की होती है। वह प्रोजेक्ट को डिलीवरी करते समय यह भी सुनिश्चित करता है कि काम समय पर हुआ और बजट के अनुसार ही किया गया है।
PMC किसी भी प्रोजेक्ट को मैनेज करने में बहुत ही महत्वपूर्ण रोल निभाता है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट की निम्नलिखित जिम्मेदारियां होती हैं-

 

 

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