कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? (In Hindi)

हेल्लो दोस्तों आज उस , टॉपिक पर बात करेंगे कि इंसान से भी फ़ास्ट दिमाग से ज़्यादा काम करने वाले क्या है ।

जैसे कि आप लोग जानते होंगे कंप्यूटर के बारे में ऐसे भी आज काल कौन नहीं जानता है कंप्यूटर एक हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का एक हिस्सा बन गया है .

आज कल कोई भी समान खरीदने से लेकर और डाटा एंट्री हो या स्टोरेज तक सभी का इसका इस्तेमाल किया जाता है ।

और आप इसमें अपना किसी भी तरह का भी डाटा स्टोर कर सकते है. इन्टरनेट से अलग अलग जानकारी हासिल भी कर सकते है.

बड़ी बड़ी दिक्कत मिनट में स्लॉव कर सकता है.

एक ऐसी डिवाइस कंप्यूटर है जो दो चिज़ से चलती है जैसे कि जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेर दो चीजो से चलता है

लेकिन इस में से एक भी चीज ने काम नहीं किया तो आपका कंप्यूटर में एक ख़ाली बोक्स बन जाएगा। तो आज हम कुछ कंप्यूटर के इतिहास के बारे में जान लेते हैं ।

किसने कब और कैसे बनाया और इसमें क्या क्या चीजे improvement किया गया है .

तो आज इस टॉपिक में आपको बताया जायेगा की कंप्यूटर की खोज किसने की थी और कब किया गया था ।

और भारत में कंप्यूटर कब आया , और लैपटॉप का आविष्कार किसने किया और कंप्यूटर का कुछ जानकारी।

लेकिन एक लाइन में कहा जाए तो कंप्यूटर का अविष्कारक Charles Babbage को जाता है ,

इसलिए सबसे पहले उन्होंने ही Programmable Computer का डिजाईन बनाया था ।

और सन् 1822 में Charles Babbage नें “डिफरेंशिअल इंजन” नाम के एक व्यक्ति मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया था |

लेकिन कुछ पैसे की कमी होने के कारन वो पूरा नहीं किया गया था ।

और उसके बाद फिर से सन्1938 में United States Navy ने इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंप्यूटर बना हि दिया

इसका नाम था टारपीडो डाटा कंप्यूटर (Torpedo Data Computer) . इसके बाद फिर से सन् 1939 में Konrad Zuse ने Z2 का नाम से कंप्यूटर बनाया |

और जिसमे पहली बार वैक्यूम ट्यूब्स का इस्तेमाल किया गया था | लेकिन ये सबसे पहला Electromechanical Relay कंप्यूटर नाम से जाना जाता था |

इसके बाद में इस को और बेहतर बनाने के लिए और इसके बाद Z3 कंप्यूटर बनाया गया जिसमें लगभग 2000 रिले का इस्तेमाल हुआ है |

इसके बाद फिर से बेल लेबोरेटरीज में सन् 1947 में का ट्रांजिस्टर आविष्कार भी किया है ट्रांजिस्टर एक स्विच की तरह काम करती है

जो की सर्किट को OFF या ON आप कर सकता है और ये एम्प्लीफायर की तरह भी काम करती है ।

और ट्रांजिस्टर के आने से कंप्यूटर की दुनिया में बहुत ही ज्यादा बदलाव आ गया और पहले से जो कंप्यूटर थे उनका साइज बहुत बड़ा थी ।

इस लिए ट्रांजिस्टर से उन्ही सभी कंप्यूटर का साइज बहुत छोटा कर दिया। इसके बाद आया माइक्रोप्रोसेसर इसके कारण कंप्यूटर की स्पीड बढ़ गई और Price कम हो गए

दुनिया का सबसे पहला डेस्कटॉप पर्सनल कंप्यूटर Italian Company Olivetti ने सन् 1964 में बनाया था

| जिसका Price $ कम से कम 3,200 था आज के हिसाब से देखा जाए तो लगभग 2 लाख रूपए है |

और फिर सन् 1985 में (Atari) अटारी Corporation ने 520ST नाम से कंप्यूटर बनाया | ये एक 32 बिट का रंगीन कंप्यूटर था और इसमें 256 Kb RAM ही थी और 3 1⁄2-Inch की एक Floppy Disks थी

जो की Storece का काम कर रही थी और जैसे जैसे समय बदलते गया उसके हिसाब से बहुत सारी कंपनी ने अपने अपने कंप्यूटर बनाये

और हर बार एक बेहतर कंप्यूटर बनाने का प्रयास किया हुआ सफलता मिलते गया ।

और आज काल जो हम कंप्यूटर इस्तेमाल कर रहे हैं उसको मोडर्न कंप्यूटर कहा जाता है ।

Computer के बारे में रोचक जानकारी

1. डेली प्रयोग यानी (Daily Use) में आने वाला कॉम्प्यूटर माउस (Computer Mouse) सबसे पहले लकडी (Wood) से ही बना था

2. प्रतिमाह कम से कम 6000 कॉम्प्यूटर वायरस (Virus) बनाये जाते हैं।

3. अब तक लगभग 18 अरब डिवाइस (Devices) में इन्‍टरनेट (Internet) प्रयोग कर दिया गया है ।

4. पूरी विश्‍व की पहली हार्डडिस्‍क (Hard Disk) में केवल 5 MB ही डाटा स्‍टोर कर सकते थे।

5. और कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन (Computer Screen) में दिखने वाले द्रश्य (Visual) सभी केवल तीन रंगों (लाल, हरा, नीला) को मिलकर बनाया गया था ।

6. पुरे दुनिया के पहले (The World’s First) कॉम्प्यूटर मॉनिटर (Computer Monitor) का प्रयोग सर्वप्रथम सन्1980 में किया गया था।

7. दुनिया का पहले कॉम्प्यूटर की-बोर्ड (Keyboard) का अविष्‍कार (Invention) सन् 1968 में किया गया था।

8. DVD , CD और Pen Drive से पहले बाहरी डाटा आदान प्रदान करने हेतु फ़्लॉपी डिस्क (Floppy Disk) का प्रयोग किया गया था।

9. और प्रथम फ़्लॉपी डिस्क (Floppy Disk) का अविष्‍कार (Invention) सन् 1970 में हुआ , जिसकी सिर्फ स्‍टोरज क्षमता (Only Store Capacity) केवल 75.79 KB ही थी।

10. दुनिया में सर्वाधिक प्रयोग किया जाना वाला USB हार्डवेयर पेन ड्राइव सन् 1999 में आस्तित्व में आया था। लेकिन बाजार में इसे वर्षीय 2000 में उतारा गया था, उस समय इसकी स्‍टोरेज क्षमता केवल 8 MB ही थी।

11 . और आप अपने कंप्यूटर पर कोई भी File बनाकर उसे ” Con ” का नाम से सेव नहीं कर सकते क्योंकि ये कीवर्ड कंप्यूटर में संरक्षित होता है।

12 . इसके बाद सबसे पहले बनायी गयी Ram (रैंडम एक्सेस मेमोरी) की स्टोर करने की क्षमता केवल 46 Kb ही थी।

13 . और इंटरनेट पर उपलब्ध सारी जानकारी का भाषा सिर्फ 80% इंग्लिश में है।

14 . जब CD , DVD और Pen Drive नहीं था तब डेटा Data को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में भेजने के लिए फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया गया था।

15 . और एक बार सिर्फ़ 15 साल के एक बच्चे ने सबसे बड़ी स्पेस संस्था NASA की वेबसाइट को ही हैक कर लिया था जिसके कारण 20 दिन तक NASA का काम पूरा बंद हो चुका था।

16 . सन् 1956 में IBM कम्पनी ने एक हार्ड डिस्क बनाई थी जिसका नाम 305 RAMAC था। इसका वजन तो टन में था मगर ये सिर्फ 5Mb तक ही डेटा स्टोर कर सकता था।

17 . लेकिन कम्प्यूटर बहुत Fast होता है ये करीबन 39 हजार ट्रिलियन ऑपरेशन (गणना) एक सेकंड में ही कर सकता है।

18 . और हम जो कीबोर्ड इस्तेमाल करते है वो QWERTY की-बोर्ड होता है इसका नाम इसलिए ऐसा है क्योंकि की-बोर्ड की पहली पंक्ति के शुरू के 6 अल्फाबेट्स QWERTY होती है।

19 यह DOS (डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम) कंप्यूटर के हार्डवेयर को सॉफ्टवेयर के द्वारा इंटरफ़ेस करने में हेल्प करती है।

20 . आज के कलयूग के फ्रेम डिजीटल कम्प्यूटर की क्षमता 10-20 MIPS हो गया है।

 

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